Chaitra Navratri  2021 : अप्रैल में नवरात्रि की शुरुआत किस तारीख को होगी ?

नवरात्रि (शुभ नौ रातें) 13 अप्रैल से शुरू होंगी। मार्च-अप्रैल के महीने में होने वाले उत्सवों को चैत्र नवरात्रि के रूप में जाना जाता है.
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भारत में नवरात्रि में  प्रथम नवरात्र में मां शैलपुत्री, द्वितीय में मां ब्रहाचारिणी, तृतीय में मां चन्द्रघण्टा, चतुर्थ में कूष्माण्डा, पंचम में मां स्कन्दमाता, षष्ठ में मां कात्यायनी, सप्तम में मां कालरात्री, अष्टम में मां महागौरी, नवम् में मां सिद्विदात्री के पूजन का विधान है।

Chaitra Navratri  2021 : कलश स्थापना मुहूर्त

इस वर्ष यानि 2021 मे चैत्र नवरात्रि पर ज्योतिषाचार्य एस एस नागपाल ने बताया कि चैत्र की प्रतिपदा तिथि 12 अप्रैल को प्रातः 8 बजे से शुरू होकर 13 अप्रैल को प्रातः 10: 16 पर समाप्त हो रही है। कलश स्थापना 13 अप्रैल को प्रातः 5:45 बजे से प्रातः 9:59 तक और अभिजीत मुहूर्त पूर्वाह्न 11: 41 से 12:32 तक है।

एक साल में कितनी बार आती है नवरात्रि ?

नवरात्रि साल में चार बार पड़ती है। हालाँकि, जिन्हें सितंबर- अक्टूबर (शरद कहा जाता है) और मार्च-अप्रैल (वसंत) के दौरान मनाया जाता है, उन्हें सबसे शुभ माना जाता है और देश भर में व्यापक रूप से मनाया जाता है

क्या नवरात्रि में सिर्फ एक टाइम व्रत रख सकते हैं ?

दोस्तों यह प्र्शन बहुत लोगो द्वारा पूछा जा रहा है की नवरात्रि वो बस एक टाइम का व्रत रख सकते है! इसका जवाब है नहीं आप एक टाइम का नवरात्रि नहीं रख सकते एक टाइम का अर्थ हुआ की नौ दिन में से बस एक दिन का व्रत रखना। यह हिन्दू धर्म के अनुसार गलत माना गया है | 

या तो आप नवरात्रि नौ दिन पुरे में नौ दिन का व्रत रखें या तो आप पहला या आखरी व्रत रख सकते है 
 

Chaitra Navratri  2021 के दौरान करें ये काम

2021 नवरात्रि के दौरान हर दिन मंदिर जाएं और माता रानी की दिल से  पूजा करें. माता रानी का ध्यान लगाएं और अपने घर और पुरे विश्व के लिए खुशहाली की प्रार्थना करें.

2021 नवरात्रि के दौरान देवी मां को साफ जल चढ़ाएं. इससे देवी मां बहुत खुश होती हैं.

2021 नवरात्रि के दौरान साफ सफाई का बहुत ध्यान रखें. साफ कपड़े पहले और घर पर नंगे पैर रहें.

2021 नवरात्रि के दौरान व्यक्ति को 9 दिन तक उपवास रखना चाहिए. उपवास को विज्ञान की दृष्टि से भी काफी फायदेमंद बताया गया है.

2021 नवरात्रि में नौ दिनों तक देवी माता जी का विशेष श्रृंगार करना चाहिए. श्रृंगार में माता जी को चोला, फूलों की माला, हार और नये-नये कपड़ों से माता जी का श्रृंगार किया जाता है.

2021 नवरात्रि में माता जी की अखंड ज्योति यदि देसी घी से जलाई जाये तो यह माता जी को बहुत प्रसन्न करने वाला कार्य माना जाता है.

2021 नवरात्रि के इन नौ दिनों में हर व्यक्ति को ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करना चाहिए.

2021 नवरात्रि के इन नौ दिनों में हर व्यक्ति को माँ से पार्थना करनी है की वो इस महामारी का नाश करें. 

Chaitra Navratri  2021 नवरात्रि में ना करें ये काम


2021 नवरात्रि इस दौरान व्यक्ति को सात्विक यानि शाकाहारी भोजन खाना चाहिए. 9 दिनों तक घर में छौंक का प्रयोग नहीं करना चाहिए.

नवरात्रि के 9 दिनों में लहसुन और प्याज का प्रयोग नहीं करना चाहिए यह पाप माना जाता है. 

ध्यान रहे की नवरात्रि के दौरान ना तो नाखून काटने चाहिए और ना ही बाल.

ध्यान रहे की नवरात्रि के दौरान व्यक्ति को मांस और मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए.

ध्यान रहे की नवरात्रि के दौरान आप किसी भी व्यक्ति का दिल न दुखाएं. 

नवरात्रि के दौरान आपके व्रत है तो किसी को अशब्द न बोले. 

नवरात्रि के दौरान आपके किसी से झूठ नहीं बोलना चाहिए.  

नवरात्रि के दौरान आपके को धन हानि नहीं पहुंचानी है.


चैत्र नवरात्रि 2021 तिथियां

चैत्र नवरात्रि दिवस 1: 13 अप्रैल, 2021 (मंगलवार) प्रतिपदा: इस दिन, लोग घटस्थापना, चंद्र दर्शन और शैलपुत्री पूजा करते हैं

चैत्र नवरात्रि दिवस 2: 14 अप्रैल, 2021 (बुधवार) द्वितीया: - दिन 2 पर, भक्तों ने सिंधारा डो और ब्रह्मचारिणी पूजा की जाती है.

चैत्र नवरात्रि दिवस 3: 15 अप्रैल, 2021 (गुरुवार) तृतीया: नवरात्रि के दिन 3 पर, भक्त आमतौर पर गौरी पूजा, शुभ तीज, और चंद्रघंटा पूजा करते हैं.

चैत्र नवरात्रि दिवस 4: 16 अप्रैल, 2021 (शुक्रवार) चतुर्थी: नवरात्रि के 4 दिन को चतुर्थी के रूप में भी जाना जाता है, भक्त कुष्मांडा पूजा और विनायक चतुर्थी.

चैत्र नवरात्रि दिवस 5: 17 अप्रैल, 2021 (शनिवार) पंचमी: 5 दिन, लोग नाग पूजा, लक्ष्मी पंचमी और स्कंदमाता पूजा करते हैं.

चैत्र नवरात्रि दिवस 6: 18 अप्रैल, 2021 (रविवार) षष्ठी: 6 दिन, स्कंद षष्ठी, यमुना छठ और कात्यायनी पूजा की जाती है.

चैत्र नवरात्रि दिवस 7: अप्रैल 19, 2021 (सोमवार) सप्तमी: 7 वें दिन, महा सप्तमी और कालरात्रि पूजा होती है.

चैत्र नवरात्रि दिन 8: अप्रैल 2021 (मंगलवार): अन्नपूर्णा अष्टमी -संधी पूजा 21 अप्रैल को सुबह 12:19 बजे शुरू होती है और 21 अप्रैल को दोपहर 1:07 बजे समाप्त होती है.

चैत्र नवरात्रि दिवस 9: 21 अप्रैल, 2021 (बुधवार) राम नवमी:

चैत्र नवरात्रि दिवस 10: 22 अप्रैल, 2021 (गुरुवार) दशमी, नवरात्रि पर्व

चैत्र नवरात्र 2021 में कोरोना वायरस के कारण कनचक कैसे पुजे ?

दोस्तों जैसे की आप जानते ही है 2021 में भी पूरी दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर और उस से होने वाली मौतें बढ़ती ही जा रही है। लगातार मार्च से ही भारत में भी इस वायरस के बढ़ते संक्रमण के कई मामले सामने आ रहे हैं। एक तरफ जहां लाकडाउन और कर्फ्यू की स्थिति है वहीं देशभर के शक्तिपीठों के कपाट भी बंद हैं। इसलिए इस बार अच्छा होगा की आप घर में रह कर माता रानी की अराधना करें. 

दोस्तों आपके सामने भी यह प्र्शन होगा की वर्ष 2021 में चैत्र नवरात्र में कोरोना वायरस के कारण कनचक कैसे पुजे ? तो आप निमन्लिखित तरीकों से आप चैत्र नवरात्र में कनचक पूजे. 

चैत्र नवरात्रि 2021 नवमी या अष्ट्मी में आप घर में ज्यादा भीड़ भाड़ न करें. 

कोरोना काल होने के कारण आप नवमी वाले दिन कोशिश करें की घर में कनचक न पूजे।

आप नवमी या अष्ट्मी वाले दिन घर में माता की पुरे विधि विधान से पूजा यदि प्रसाद बनाते भी है तो स्वयं कनचक के घर में दे कर आएं.

आप जानते है कोरोना काल होने की कारण लोग अपने बच्चों को आपके घर नहीं बजेंगे , ऐसे में आप पैक्ड जूस या कुछ छोटे बच्चों के लिए उपहार दे सकते है.

कन्या को आप दान में 10 रूपये न दें,11 रूपये दें शुभ माना  जाता है.

आप छोटी छोटी कन्याओं को उपहार दें सकते है.

चिंता न करें इस वर्ष अगर कनचक आपके घर नहीं आती है तो क्यूंकि यह समय ही ऐसा है माता रानी की सच्चे दिल से पूजा करें माता रानी आपकी सारी मनोकामना पूरी करेंगी. 

यदि चैत्र नवरात्र में कनचक कैसे पूजे पर आप का कोई सुझाव हो आप नीचे कमेंट कर के जरूर बातएं. 

आप सभी से निवेदन है की आप को (Ravi Paliwal Vlogs) के माध्यम से उत्तराखंड से जुड़ी समस्त जानकारी यहाँ पर प्राप्त होगी,आप सब से निवेदन है की आप इस पेज को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने की कृपा करें  हमारा उद्देशय है की उत्तराखंड की देव संस्कृति का प्रचार प्रसार समस्त जनमानष तक पहुंचे !!


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